Bhopal News: मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की शुरुआत की। भोपाल के ऐतिहासिक जंबूरी मैदान में सीएम ने रिमोट के जरिए योजना लाॅन्च की। इस योजना के तहत 1 हजार रुपए प्रति माह महिलाओं को दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने अपने हाथ से योजना का पहला फाॅर्म भोपाल की रसूली बेलदार की कविता मस्तेरिया का भरा।
बता दें कि तीन दिन पहले पेश किए गए राज्य के बजट में इस योजना को लागू करने की घोषणा की गई थी। संबोधन के दौरान सीएम घुटनों के बल बैठ गए। महिलाओं को प्रणाम करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक बेटियों की पूजा करता था।
लेकिन, बहनों में भी मैं मां दूर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती को देखता हूं। बहनों की सेवा कर मेरा सीएम बनना जीवन को सार्थक बना गया। उन्होंने कहा कि एक लाडली बहना सेना भी बनाएंगे। गड़बड़ करने वालों को भी ठीक कर देंगे।
कन्या विवाह योजना की यूं हुई शुरुआत
सीएम ने मौजूद महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मैं कई जगह यह बात करता था कि बेटा-बेटी बराबर हैं। एक जगह जब मैं भाषण दे रहा था तो बूढ़ी मां खड़ी हो गईं। बोली- बेटी आ गई और बड़ी हो गई तो शादी का इंतजाम तू करवाएगा? मैंने तय किया कि सिर्फ भाषण से काम नहीं चलेगा। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मैंने पहली बार कन्या विवाह योजना बनाई।
पूर्व सीएम कमलनाथ पर साधा निशाना
मुझे लगा कि कन्या विवाह योजना से काम नहीं चलेगा इसलिए तय किया कि बेटी पैदा होगी, तो लखपति होगी। मैंने तय किया कि बेटियों को लखपति बनाएंगे। इसलिए लाडली लक्ष्मी योजना बनाई। इसके बाद मैंने तय किया कि 12वीं में जो बेटी 60 प्रतिशत नंबर लाएगी उसे 5 हजार रुपए देंगे। उन्होंने पूर्व सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ की सरकार ने मेरी कई योजनाओं को बंद कर दिया।
सीएम ने साझा की योजना की कहानी
सीएम ने कहा कि एक दिन मैं रात भर जागा। सुबह 4 बजे मैंने पत्नी को जगाया। कहा- एक योजना मेरे दिमाग में आई है। सभी बहनें मुझे भाई मानती हैं। मैं भी तो अपनी बहनों को कुछ दूं। लगा कि साल में एक बार पैसा देने से काम नहीं चलेगा। हर महीने पैसा देंगे तो बहनों की समस्या का समाधान होगा। वे इज्जत से जी सकेंगी। इसी विचार से बनी मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना। यह केवल योजना नहीं, बहनों की जिंदगी बचाने का महाभियान है।